जिंदगी
एक अदद नौकरी की चाहत ने क्या से क्या बना दिया,
अच्छे-भले इंसान को दौड़ता-भागता मशीन ठहरा दिया।
जब ठहर कर चार पल देखा खुद को तब;
मुस्कराते चेहरे के पीछे छिपे दर्द से बेज़ार मिली जिंदगी,
हालात यूँ बिखरे कि चंद पल सुकूँ की खातिर करती इंतजार मिली जिंदगी।।
😔
©RKP