कर्मघाेंघा
"यदि प्रकृति को जानना है तो सबसे पहले अपने आस-पास के परिवेश को टटोलना चाहिए"
कोरिया जिले को प्रकृति द्वारा अनेक अनुपम उपहारों से सजाया गया है। इस क्रम ऊँची पहाड़ियों के मध्य स्थित बाहरी दुनिया से छुपा हुआ अनुपम स्थल "कर्मघाेंघा जलप्रपात" उक्त पंक्ति को चरितार्थ करता है।

कर्मघोंघेश्वर धाम में बिछली नदी जलप्रपात, जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर से लगभग 55 किलोमीटर की दूरी पर (अब MCB जिला अंतर्गत) मनेन्द्रगढ़ तहसील अंतर्गत ग्राम साल्ही के समीप ऊँची पहाडि़यों के मध्य छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश की सीमा पर स्थित है। भगवान भोलनाथ के इस पावन धाम में आदि शक्ति माता और श्री हनुमान जी का आशीर्वाद भी भक्तों को प्राप्त होता है। यहॉं स्थित मंदिर की स्थापना सन् 1986 में कटनी निवासी स्व.श्री कैलाश नारायण श्रीवास्तव तथा श्रीमती विमला श्रीवास्तव जी के द्वारा की गई थी।

वर्षाकाल में ऊँची पहाड़ी से गिरती नदी की जलधारा यहॉं आने वालों का मन मोह लेती है वहीं दूसरी ओर शीतकाल में यहॉं का मनोरम और शांत वातावरण सारी थकान समाप्त कर देती है। यह मनोरम स्थान अभी भी बाह्य स्थलों में अधिक प्रचारित नहीं है।

स्थानीय निवासियों के प्रयासों से इस स्थान पर सांसद मद से शेड निर्माण का कार्य काराया गया है। ध्यान योग्य है कि, भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक तथा दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री माननीय श्री गुलाब कमरो जी का निवास ग्राम साल्ही में ही है। जिससे इस स्थल के विकास की प्रबल संभावना है। जिससे यहॉं आने वाले भक्तों और सैलानियों का मार्ग अधिक सुगम हो सके। इस दिशा में सार्थक प्रयास और निर्माण कार्य जारी हैं।

कर्मघोंघेश्वर धाम में ऊँची पहाड़ियों में बनी कंदराएँ सैलानियों का मन मोह लेती हैं। इन कंदराओं की चट्टानों में समय के साथ होने वाली कटाव के कारण अबूझ आकृतियॉ देखने को मिलती हैं। जिन्हे देखकर बरबस ही याद आता है कि कोरिया अपने आप में विलक्षण प्राकृतिक संपदा का धनी है।

मनेन्द्रगढ़ की ओर से आने पर मनेन्द्रगढ़-अम्बिकापुर मार्ग पर चैनपुर से आगे कोल्ड स्टोरेज के समीप से होकर भलौर होते हुए साल्ही जाने वाली सड़क से होते हुए यहॉं तक पहुँचा जा सकता है। इसी प्रकार बैकुण्ठपुर की ओर से आने पर कठौतिया पार कर ग्राम पंचायत डंगौरा होत हुए भलौर स साल्ही पहुँच यहॉं तक पहुँचा जा सकता है।

यदि प्रकृति आपको लुभाती है और #घुमक्कड़ी में आपकी रुचि है तो समय निकाल कर इस स्थल पर अवश्य जाइए।
यहॉ तक पहुँचने के लिए google map की सहायता ली जा सकती है।
@Raj Kumar Pal