गर्म इलाकों का सेव-HRMN-99
कहते हैं "जहाँ चाह, वहाँ राह" इस उक्ति को सही सिद्ध कर दिखाया है हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के गाँव पनियाला के निवासी प्रगतिशील किसान श्री हरिमन शर्मा ने। शर्मा जी ने सेब की एक ख़ास किस्म विकसित की है जिसे मैदानी, उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उगाया जा सकता है। सेब की इस किस्म को फूल आने और फल लगने के लिए चिलिंग आवर्स की आवश्यकता नहीं होती है। शर्मा जी देश के उन किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गए हैं जो विषम परिस्थितियों में अपनी सोच और मेहनत के दाम पर पत्थर का सीना चीर कर सोना उपजा देते हैं। वे क्षेत्र जो पहले सेब के फल उगाने के बारे में कभी सपने में भी नहीं सोच सकते थे अब उत्तम गुणवत्ता के सेव का उत्पादन लेने लगे हैं।
1999 के दौरान, श्री हरिमन शर्मा जी ने अपने आँगन में फलदार सेब का पौधा देखा। एक नवोन्मेषी किसान होने के नाते वह समझ सकते थे कि समुद्र तल से 1,800 फीट की ऊँचाई पर स्थित पनियाला जैसे गर्म स्थान पर फल देने वाला सेब का पेड़ एक असाधारण अवलोकन था। इसलिए उन्होंने पौधे को संरक्षित किया। सेब के पेड़ की अनुपलब्धता के कारण अगले वर्ष उसने कुछ शाखाएँ लीं और उन्हें बेर के पेड़ पर लगाया। ग्राफ्टिंग सफल रही और फल की गुणवत्ता अच्छी थी। 2004-05 में वह शिमला से केकड़ा सेब के कुछ पौधे लाए और उनकी ग्राफ्टिंग की। उन्होंने सेब के पेड़ों का एक छोटा बगीचा बनाया जो आज तक फल दे रहा है।
अपेक्षाकृत गर्म इलाकों के लिए शर्मा जी के द्वारा विकसित किए गए सेव की वेरायटी का नाम दिया गया "HRMN-99"।
HRMN-99 की मुख्य विशेषताएँ:-
औसत उपज (7 वर्ष पुराने पौधे से 1 क्विंटल प्रति पौधा)के साथ समुद्र तल से 1800 फीट की कम ऊँचाई पर उगता है और इसे चिलिंग आवर्स की आवश्यकता नहीं होती है।
जून की शुरुआत में कटाई के लिए तैयार (रोपाई के तीन साल बाद) होने वाली यह प्रजाति स्कैब रोग के प्रति सहनशील और देश की विभिन्न कृषि-जलवायु परिस्थितियों में अनुकूल है। एक रिपोर्ट के अनुसार एचआरएमएन-99 की उपयुक्तता और अनुकूलनशीलता का अध्ययन करने के लिए, नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन-इंडिया (एनआईएफ) ने 29 राज्यों और 5 केंद्र शासित प्रदेशों में 1190 किसानों के खेतों और 25 संगठनों में लगभग 10,000 पौधों का प्रत्यारोपण किया है। 2015-2017 के दौरान क्षेत्र। मणिपुर, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, दादरा और नगर हवेली, कर्नाटक, हरियाणा, राजस्थान जम्मू, केरल, उत्तराखंड, तेलंगाना, हिमाचल और दिल्ली में सफल फलन की सूचना मिली, जिसके कारण बहुत बड़े पैमाने पर पौधों की माँग में वृद्धि हुई। पूरे देश में की स्थानों पर किसानों द्वारा बड़े पैमाने पर इसकी खेती की जा रही है।
श्री हरिमन शर्मा को मीडिया द्वारा बिलासपुर जिले का 'एप्पल मैन' की उपाधि दी गई है। उन्हें राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तर पर विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। उन्हें भारत के माननीय राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
उन्हें हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री प्रेम कुमार धूमल द्वारा 'प्रेरणा स्रोत' के रूप में सम्मानित किया गया है और वर्तमान मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह द्वारा भी सम्मानित किया गया है। हाल ही में उन्हें इफको और पूसा, नई दिल्ली से पुरस्कार भी मिला है।
इस किस्म के पौधे प्राप्त करने के लिए, श्री हरिमन शर्मा जी से उनकी website https://harimansharmaapplenursery.com अथवा Whatsapp के द्वारा मोबाइल नंबर 7018520244 पर संपर्क किया जा सकता है।
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